उठो, जागो और तब तक मत रुको, जब तक लक्ष्य प्राप्त न हो जाए

स्वामी विवेकानंद जी कहते हैं - उठो, जागो और तब तक मत रुको, जब तक लक्ष्य प्राप्त न हो जाए।

मेरा लक्ष्य किसी परिवारवादी की तरह अपने परिवार को पूंजीपति बनाना नहीं बल्कि अपने देश की ,अपने बदायूँ की सच्ची सेवा करना है ।

आज बिल्सी नगर की सम्मानित जनता को संबोधित करते हुए मैंने प्रत्येक व्यक्ति के अंदर राष्ट्रसेवा की जो ललक देखी उसे शब्दों में बयां करना बहुत मुश्किल है।

संकल्प से सिद्धि तक का जो मंत्र हमने गुना था, वो आप सभी बिल्सी नगर की जनता के सहयोग से पूर्ण होता नज़र आ रहा है।

"फिर से एक बार , मोदी सरकार , 400 पार"


 

उठो, जागो और तब तक मत रुको, जब तक लक्ष्य प्राप्त न हो जाए
उठो, जागो और तब तक मत रुको, जब तक लक्ष्य प्राप्त न हो जाए
उठो, जागो और तब तक मत रुको, जब तक लक्ष्य प्राप्त न हो जाए
उठो, जागो और तब तक मत रुको, जब तक लक्ष्य प्राप्त न हो जाए
उठो, जागो और तब तक मत रुको, जब तक लक्ष्य प्राप्त न हो जाए
उठो, जागो और तब तक मत रुको, जब तक लक्ष्य प्राप्त न हो जाए
उठो, जागो और तब तक मत रुको, जब तक लक्ष्य प्राप्त न हो जाए
उठो, जागो और तब तक मत रुको, जब तक लक्ष्य प्राप्त न हो जाए
उठो, जागो और तब तक मत रुको, जब तक लक्ष्य प्राप्त न हो जाए